विश्व बाल श्रम निषेध दिवस के अवसर पर बगोदर में श्रम प्रवर्तन अधिकारी बसंत महतो के नेतृत्व में धावा दल ने विभिन्न प्रतिष्ठानों का निरीक्षण किया। सरिया रोड स्थित तलेबर होटल और मंडल भोजनालय से तीन नाबालिग बच्चों को बाल श्रम करते हुए पाया गया, जिन्हें तत्काल मुक्त कर बाल कल्याण समिति के समक्ष प्रस्तुत किया गया। यह अभियान जस्ट राइट्स फॉर चिल्ड्रेन, बनवासी विकास आश्रम और जिला बाल संरक्षण इकाई के संयुक्त प्रयासों का हिस्सा है, जो गिरिडीह जिले को बाल श्रम मुक्त बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (NCPCR) के निर्देशानुसार 12 जून से 30 जून 2025 तक विशेष अभियान चलाया जा रहा है, जिसका उद्देश्य बाल एवं किशोर श्रम में लगे बच्चों तथा सड़क पर रहने वाले बच्चों का पुनर्वास करना है। बनवासी विकास आश्रम के सचिव सुरेश कुमार शक्ति ने भारत सरकार से राष्ट्रीय बाल श्रम उन्मूलन मिशन के गठन की मांग की है, जिसमें ज़ीरो टोलरेंस की नीति अपनाई जाए ताकि बाल श्रम को पूरी तरह समाप्त किया जा सके।



