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जी-7 में भागीदारी भारत के महत्व और पीएम मोदी के नेतृत्व का प्रमाण : कनाडा प्रधानमंत्री कार्नी

भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 51वें जी-7 शिखर सम्मेलन के लिए कनाडा की सफल यात्रा का समापन कर लिया है। पीएम मोदी की यात्रा पर मेजबान देश कनाडा के प्रधानमंत्री मार्क कार्नी ने कहा कि जी-7 शिखर सम्मेलन में भारत की भागीदारी विश्व मंच पर भारत के महत्व और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व का प्रमाण है।

द्विपक्षीय बैठक की शुरुआत में कार्नी ने आतंकवाद के खिलाफ मिलकर लड़ाई लड़ने के लिए भारत को महत्वपूर्ण भागीदार देश बताया। वहीं, प्रधानमंत्री मोदी ने जी-7 शिखर सम्मेलन में आमंत्रित करने के लिए कार्नी का आभारी जताया। उन्होंने कहा कि 2015 के बाद एक बार फिर कनाडा आना और यहां के लोगों के बीच उपस्थित होना मेरे लिए सम्मान की बात है।

इस मौके पर पीएम मोदी ने कहा कि भारत विश्व का सबसे बड़ा लोकतंत्र है और जी-20 शिखर सम्मेलन की अध्यक्षता करते हुए नई दिल्ली ने विश्व के लिए कई सकारात्मक पहल की हैं। जी-7 शिखर सम्मेलन में भागेदारी भारत के लिए मानवीय भलाई के लिए काम करने का एक अवसर है। भारत इसके लिए हमेशा प्रतिबद्ध है।

प्रधानमंत्री मोदी ने यह भी कहा, “भारत और कनाडा के बीच बेहतरीन संबंध हैं। कनाडाई कंपनियां भारत में निवेश कर रही हैं और भारतीय लोगों ने भी उसी तरह कनाडा की धरती में निवेश किया है। दोनों देश लोकतांत्रिक मूल्यों को संरक्षित करने, लोकतंत्र और मानवता को मजबूत करने के साथ-साथ मानवीय भलाई के लिए अपने संसाधनों का अधिकतम उपयोग करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। मैं इस वर्ष की शुरुआत में हुए आम चुनावों में ऐतिहासिक जीत के लिए कनाडा के प्रधानमंत्री को बधाई देता हूं और आपके साथ मिलकर काम करने की आशा करता हूं।”

उन्होंने अपने आधिकारिक ‘एक्स’ अकाउंट पर एक पोस्ट में यह भी कहा “प्रधानमंत्री कार्नी और मैं भारत-कनाडा मैत्री को गति देने के लिए मिलकर काम करने के लिए तत्पर हैं।”

प्रधानमंत्री मोदी ने एक्स पर पोस्ट किया कि उनकी बैठक बहुत अच्छी रही और कनाडा तथा भारत “लोकतंत्र, स्वतंत्रता और कानून के शासन में दृढ़ विश्वास से जुड़े हुए हैं।”

कार्नी ने कहा कि भारत 2019 में फ्रांस में बियारिट्ज बैठक से जी7 शिखर सम्मेलन में शामिल रहा है। कार्नी ने प्रधानमंत्री मोदी का स्वागत करते हुए कहा, “यह आपके देश के महत्व, आपके नेतृत्व और उन मुद्दों के महत्व का प्रमाण है, जिन्हें हम मिलकर निपटाना चाहते हैं।”

कार्नी भारत के साथ संबंधों को फिर से सुधारने का प्रयास कर रहे हैं, जो उनके पूर्ववर्ती और पूर्व प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो के कार्यकाल में खराब हो गए थे, जिन्होंने खालिस्तानियों के प्रभाव में आकर भारत के खिलाफ आरोप लगाए थे। इससे पहले कार्नी ने कहा था कि भारत दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है, दुनिया में सबसे अधिक आबादी वाला देश है और आपूर्ति श्रृंखलाओं का केंद्र है।

कनाडा में 1.8 मिलियन भारतीय-कनाडाई और 1 मिलियन भारतीय नागरिकों के साथ सबसे बड़ा प्रवासी समुदाय है।

–आईएएनएस

एकेएस/एएस

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