गिरिडीह : बिरनी प्रखंड क्षेत्र के मनकडीहा गांव की निवासी खतीजा खातून ने उपायुक्त से अपने पुराने लोहे के गेट को खुला रखने की अनुमति देने का अनुरोध किया है। यह गेट अस्पताल के कंपाउंड से सटे पश्चिम दिशा में स्थित है, और यह उनकी एकमात्र आवाजाही का मार्ग है। खतीजा खातून ने अपने पत्र में बताया कि उनके पास जिन भूमि खाता संख्या 1206 और 1207 के अंतर्गत 2 एकड़ 24 डिसमिल जमीन है, जिसका वह दशकों से स्वामित्व रखती हैं। इस भूमि पर उनके ससुर, स्वर्गीय भुमल्ली मलिक का निवास था, जो अब जर्जर हो चुका है। वे उसी जगह नए मकान का निर्माण करना चाहती हैं। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि यह जमीन पहले उनके दादा ससुर, स्वर्गीय मुसह पूदी मलिक द्वारा अस्पताल निर्माण हेतु दान की गई थी, जिसे लेकर उनका परिवार गर्व महसूस करता है। बावजूद इसके, अस्पताल के निर्माण के बाद से इस रास्ते को बंद कर दिया गया, जिससे उन्हें बहुत कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है। खतीजा खातून ने कई बार इस मुद्दे को अधिकारियों के समक्ष उठाया, लेकिन अब तक कोई ठोस समाधान नहीं मिला। उन्होंने बताया कि परवर्त्तन अधिकारी और बीडीओ द्वारा दी गई जांच रिपोर्ट में कहा गया था कि उन्हें 3-4 फीट का रास्ता दिया जा सकता है, लेकिन अभी तक यह निर्णय लागू नहीं हो सका है। अब खतीजा खातून ने उपायुक्त से अपील की है कि वे उनकी समस्या को गंभीरता से लें और अस्पताल के कंपाउंड से सटे पुराने गेट को खुला रखने की अनुमति प्रदान करें



