क्या आपने कभी सोचा है कि एक परीक्षा, जो लाखों लोगों के लिए एक बड़ा संघर्ष बन जाती है, किसी के लिए उसकी जिंदगी का सबसे बड़ा मोड़ बन सकती है? यह कहानी है एक ऐसी लड़की की, जिसने UPSC की कठिन परीक्षा में टॉप किया, लेकिन इस सफलता तक पहुंचने का रास्ता किसी आसान राजमार्ग से नहीं था। यह कहानी है शक्ति दुबे की, जिन्होंने न सिर्फ खुद को बल्कि अपने परिवार की उम्मीदों को भी पूरा किया और दुनिया को यह साबित कर दिया कि संघर्ष, दृढ़ निश्चय और सही मार्गदर्शन से किसी भी मुश्किल को पार किया जा सकता है।
शक्ति दुबे की कहानी में एक गहरी ताकत और संघर्ष की झलक है। यह उनकी पांचवीं कोशिश थी, जब उन्हें आखिरकार UPSC में सफलता मिली। 2023 में जब उनका चयन नहीं हो पाया, तो वह टूट चुकी थीं। “वो वक्त बहुत कठिन था,” शक्ति ने अपनी कठिनाइयों को साझा करते हुए बताया। “मैंने तो सोचा था कि अब मैं यह परीक्षा नहीं दूंगी, लेकिन मेरे छोटे भाई ने मुझे नई उम्मीद दी।” आशुतोष, जो खुद भी UPSC की तैयारी कर रहे थे, ने कहा, “तुम्हारे लिए भगवान ने रैंक वन बचाकर रखी है, तुम फिर से तैयारी करो।” यह शब्द शक्ति के दिल में उतर गए, और इसी दृढ़ निश्चय के साथ उन्होंने अपनी यात्रा को फिर से शुरू किया।
शक्ति की सफलता का सबसे बड़ा कारण उनके परिवार का समर्थन और विश्वास है। “मेरे परिवार ने हमेशा मुझे प्रेरित किया और विश्वास दिलाया कि मैं कुछ भी हासिल कर सकती हूं,” शक्ति ने कहा। उनके माता-पिता ने उन्हें न सिर्फ मानसिक रूप से मजबूत किया, बल्कि उनकी माँ ने हमेशा यह सिखाया कि महिलाएं स्वाभाविक रूप से मजबूत होती हैं, और उन्हें हर चुनौती का सामना करना चाहिए। “माँ का आशीर्वाद और उनका मार्गदर्शन मेरे लिए सबसे बड़ी ताकत था।” शक्ति की माँ ने हमेशा यह सुनिश्चित किया कि उनकी बेटी पर नकारात्मकता का कोई असर न हो और यही कारण था कि शक्ति ने कभी हार नहीं मानी।
जब शक्ति ने UPSC के परिणामों में अपना नाम सबसे ऊपर देखा, तो उन्हें विश्वास ही नहीं हुआ। “पहली बार जब मैंने रिजल्ट में अपना नाम सबसे ऊपर देखा, तो मैंने तुरंत अपने पिता को फोन किया और कहा, ‘पापा, मैंने UPSC में टॉप किया है।'” यह क्षण उनके लिए किसी सपने जैसा था, लेकिन साथ ही यह उनके परिवार की मेहनत और समर्थन का परिणाम भी था। शक्ति के लिए यह सफलता केवल एक व्यक्तिगत विजय नहीं थी, बल्कि यह उनके परिवार के विश्वास और सामूहिक मेहनत का नतीजा था। “यह मेरे परिवार, मेरी माँ और मेरी मेहनत का फल है,” शक्ति ने गर्व से कहा।
शक्ति का यह अनुभव यह साबित करता है कि सफलता का कोई शॉर्टकट नहीं होता। यह केवल आत्मविश्वास, संघर्ष और सही मार्गदर्शन से संभव है। शक्ति ने अपनी यात्रा के दौरान बहुत सी कठिनाइयों का सामना किया, लेकिन उन्होंने कभी हार नहीं मानी। उनके लिए सबसे बड़ी प्रेरणा उनका परिवार था, और विशेष रूप से उनकी माँ, जिन्होंने हमेशा उन्हें आगे बढ़ने की शक्ति दी। “माँ की इच्छाशक्ति और उनका समर्पण ही मेरी सफलता का मुख्य कारण है,” शक्ति ने अपनी माँ को श्रद्धांजलि देते हुए कहा।



