गिरिडीह : बिरनी प्रखंड के भरकट्टा स्थित सरस्वती शिशु विद्या मंदिर में श्रीनिवास रामानुजन जयंती सह विज्ञान मेला का आयोजन बड़े धूमधाम से किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में विधायक नागेंद्र महतो उपस्थित हुए। इस अवसर पर उन्होंने बच्चों को शिक्षा के प्रति प्रेरित किया और महान गणितज्ञ श्रीनिवास रामानुजन के जीवन और योगदान के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने विज्ञान के महत्व पर जोर देते हुए बच्चों को जीवन में उच्च लक्ष्य हासिल करने के लिए कड़ी मेहनत करने की सलाह दी। कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्वलन और सरस्वती वंदना के साथ हुई।इसके बाद विद्यार्थियों ने विज्ञान आधारित मॉडल और प्रोजेक्ट प्रस्तुत किए। बच्चों के रचनात्मक कार्यों ने अतिथियों और उपस्थित दर्शकों का ध्यान आकर्षित किया। विशेष रूप से गणित और विज्ञान से जुड़े प्रोजेक्ट्स ने रामानुजन की उपलब्धियों की झलक प्रस्तुत की। विधायक नागेंद्र महतो ने विद्यालय के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा, “शिशु विद्या मंदिर न केवल बच्चों को शिक्षा देता है, बल्कि उनमें नैतिकता और संस्कार भी विकसित करता है। बच्चों के भविष्य को और उज्ज्वल बनाने के लिए तकनीकी शिक्षा को बढ़ावा देना जरूरी है। इसी उद्देश्य से मैं विद्यालय को चार कंप्यूटर देने का वादा करता हूं।” विद्यालय के सभी आचार्य और दीदीजी भी इस आयोजन में पूरी निष्ठा से शामिल रहे। उन्होंने विद्यार्थियों को मार्गदर्शन देने में अहम भूमिका निभाई। कार्यक्रम का संचालन विद्यालय के आचार्यगण ने कुशलता से किया। इस आयोजन में क्षेत्र के कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे, जिनमें प्रमुख रूप से विद्यालय के अध्यक्ष अनिल शर्मा, समाजसेवी विशेश्वर साव, सचिव रामप्रसाद वर्मा, सांसद प्रतिनिधि प्रेमचंद प्रसाद कुशवाहा, केशोडीह मुखिया के.के. वर्मा, मनकडीहा मुखिया सह भाजपा नेता निरंजन कुमार, सांसद प्रतिनिधि देवनाथ राणा और भूपेंद्र जी शामिल थे।
इनके अलावा, सैकड़ों अभिभावक, क्षेत्रीय कार्यकर्ता और स्थानीय निवासी भी बड़ी संख्या में कार्यक्रम में शामिल हुए। विद्यालय के अध्यक्ष अनिल शर्मा ने कहा, “शिशु विद्या मंदिर बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए निरंतर प्रयासरत है। यह विद्यालय शिक्षा और संस्कार का अनूठा संगम है, जहां बच्चों को हर क्षेत्र में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया जाता है। समाजसेवी विशेश्वर साव और रामप्रसाद वर्मा ने विद्यालय की उपलब्धियों की सराहना करते हुए कहा कि ऐसे कार्यक्रम बच्चों के आत्मविश्वास को बढ़ाने में मदद करते हैं।कार्यक्रम का समापन धन्यवाद ज्ञापन और राष्ट्रगान के साथ हुआ। विद्यालय परिवार ने सभी अतिथियों, अभिभावकों और प्रतिभागियों का आभार प्रकट किया। यह आयोजन बच्चों के लिए न केवल एक यादगार अनुभव रहा, बल्कि विज्ञान और शिक्षा के प्रति उनके दृष्टिकोण को और गहरा करने में सहायक सिद्ध हुआ।



