
पुण्यतिथि विशेष : स्वतंत्रता संग्राम के अनमोल रत्न देशबंधु चित्तरंजन दास, जिनका वकालत से स्वराज तक का सफर रहा शानदार
नई दिल्ली, 15 जून (आईएएनएस)। ऐसा दौर जब ब्रिटिश हुकूमत भारत पर राज कर रही थी और भारतवासियों को उनके हक से महरूम रखा जा रहा था, ठीक ऐसे अंधेरे में उम्मीद की रोशनी बनकर दमके देशबंधु चित्तरंजन दास। अंग्रेज जज के सामने भी अपनी आवाज दबने नहीं दी दलीलें ऐसी दीं कि परिणाम उनके