सूचना का अधिकार (RTI) एक बार फिर जनहित की रक्षा का सशक्त माध्यम साबित हुआ है। सूचना कार्यकर्ता सुनील खंडेलवाल ने रेलवे विभाग द्वारा किए जा रहे सड़क निर्माण कार्य में गंभीर अनियमितताओं को उजागर कर जनहित की रक्षा की दिशा में एक साहसिक पहल की है। उन्होंने आरटीआई के माध्यम से आवश्यक दस्तावेज जुटाकर निर्माण कार्य में हो रही गड़बड़ियों को सामने लाया है।
सुनील जी ने बताया कि निर्माण स्थल पर कार्य मानकों की अनदेखी हो रही है, उपयोग की जा रही सामग्री की गुणवत्ता बेहद खराब है, और पूरे प्रोजेक्ट में पारदर्शिता का पूर्ण अभाव है, जिससे आम नागरिकों की सुरक्षा खतरे में पड़ सकती है। उन्होंने इस पूरे मामले की शिकायत संबंधित विभागों में दर्ज कराई है और मांग की है कि इस पर निष्पक्ष जांच कर दोषी अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई हो।
यह कदम न केवल प्रशासन को जवाबदेह बनाने की दिशा में एक प्रेरणा है, बल्कि यह भी दर्शाता है कि एक जागरूक नागरिक कैसे सूचना के अधिकार का उपयोग कर सार्वजनिक धन के दुरुपयोग को रोक सकता है। श्री खंडेलवाल की यह पहल अन्य नागरिकों के लिए भी प्रेरणास्रोत बन सकती है, जिससे वे भी अपनी जिम्मेदारी समझें और जनहित में आवाज़ उठाएं। अब देखना यह है कि प्रशासन इस शिकायत पर कितनी गंभीरता दिखाता है और कितनी पारदर्शिता से कार्यवाही आगे बढ़ाई जाती है।



