संघर्ष की असल कीमत वही समझता है जो जीवन की कठिनाइयों में तपकर निखरता है, और स्व. धनेश्वर मंडल की शख्सियत इसी संघर्ष की मिसाल थी। दबे-कुचले वर्गों को आवाज़ देने वाले और झामुमो जिला सचिव के रूप में कार्यकर्ताओं में निडरता भरने वाले इस महान नेता की सातवीं पुण्यतिथि के अवसर पर झारखंड सरकार के नगर विकास एवं आवास मंत्री तथा गिरिडीह विधायक सुदिव्य कुमार सोनू ने मरगोडीह गांडेय पहुंचकर श्रद्धांजलि अर्पित की।
अपने संघर्ष के दिनों में स्व. मंडल के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चलने वाले सुदिव सोनू ने इस मौके पर उनकी स्मृतियों को साझा करते हुए कहा कि नई पीढ़ी को संघर्ष की विरासत सौंपना आज की आवश्यकता है। स्व. मंडल के सुपुत्र दिलीप मंडल द्वारा आयोजित इस पुण्यतिथि कार्यक्रम में उन्होंने आयोजन की सराहना करते हुए इसे प्रेरणास्रोत बताया।
कार्यक्रम में झामुमो जिलाध्यक्ष समेत कई कार्यकर्ताओं और सैकड़ों स्थानीय ग्रामीणों ने भी भाग लिया। इस अवसर पर यह संकल्प दोहराया गया कि निष्ठुर प्रशासनिक व्यवस्था और अलग झारखंड राज्य निर्माण में अहम भूमिका निभाने वाले स्व. मंडल जैसे नेताओं की संघर्षगाथा को अगली पीढ़ी तक पहुंचाया जाएगा। सुदिव्य सोनू द्वारा संघर्ष की परंपरा को आगे ले जाने और युवाओं से सीधे जुड़ने का बीड़ा उठाना समाज के लिए एक प्रेरणादायक पहल है।



