गिरिडीह के झंडा मैदान में मंगलवार को तिसरी थाना कांड संख्या 50/2025 से जुड़े अभियुक्तों के परिजनों और न्याय पसंद लोगों ने किसान जनता पार्टी के बैनर तले धरना दिया और शहर में जुलूस निकालकर पुलिस प्रशासन की कार्यशैली पर सवाल खड़े किए। आरोप है कि थाना प्रभारी और एक व्यक्ति के बीच घूसखोरी से जुड़ा ऑडियो वायरल हो चुका है, लेकिन उसे केस डायरी में अब तक नहीं जोड़ा गया।
धरना को संबोधित करते हुए पार्टी के केंद्रीय अध्यक्ष सह अधिवक्ता अवधेश कुमार सिंह ने कहा कि पुलिस अब असली अपराधियों को नहीं, बल्कि आवाज उठाने वालों को जेल भेज रही है। पूर्व महासचिव कुंजलाल साव ने आरोप लगाया कि थाना में पैसे देने वाला छूट जाता है, और गरीब जेल भेजे जाते हैं।
धरना के बाद परिजनों ने एसपी को एक पेन ड्राइव सौंपी जिसमें थाना प्रभारी और विजय मंडल के बीच ‘मैनेजमेंट’ की बातचीत और शराब माफिया शंकर साव की स्वीकारोक्ति के वीडियो-अॉडियो साक्ष्य मौजूद हैं। आरोप है कि असली माफिया को छोड़ा गया और दलित युवकों को जेल भेज दिया गया। एसपी ने एसडीपीओ खोरीमहुआ को जांच का आदेश दिया है और खुद भी हस्तक्षेप करने की बात कही है। सैकड़ों लोगों की मौजूदगी में पुलिस के खिलाफ जनाक्रोश साफ झलका।



