गिरिडीह प्रखंड के महुआटांड़ स्थित प्रखंड कार्यालय में माले समर्थित असंगठित मजदूर मोर्चा की अहम बैठक हुई, जिसमें 7 जुलाई को नुक्कड़ सभा, 8 जुलाई को अजीडीह से चतरो तक मशाल जुलूस और 9 जुलाई को पूरे देशव्यापी भारत बंद के कार्यक्रम की रणनीति बनायी गई। बैठक में सभी ने मजदूरों के अधिकारों की लड़ाई में महिलाओं की भी भागीदारी सुनिश्चित करने पर सहमति जताई। माले के कन्हाई पांडेय और मधुसूदन कोल्ह ने मजदूरों से अपील की कि वे माले के साथ मिलकर अपने हकों की रक्षा के लिए आगे आएं।
गिरिडीह नगर सचिव राजेश सिन्हा ने कहा कि मोदी सरकार ने मजदूरों के हित में बने कई कानून बदल कर उनकी स्थिति कमजोर कर दी है, इसलिए माले मजदूरों के हक के लिए सदा अग्रिम पंक्ति में खड़ा रहता है। उन्होंने स्थानीय मजदूरों से भी एकजुट होकर माले के नेतृत्व में संघर्ष करने की अपील की। गिरिडीह के मजदूरों को एक होकर अपनी आवाज़ बुलंद करनी होगी क्योंकि “गिरिडीह के मजदूर एक हों, दुनिया के मजदूर एक हों।”



