देवघर बाबा नगरी गुरुवार को एक खास अवसर का साक्षी बना, जब निरंजनी अखाड़ा के पीठाधीश्वर महामंडलेश्वर स्वामी कैलाशानंद गिरि का यहां भव्य स्वागत हुआ। वे बुधवार शाम चार्टर प्लेन से देवघर पहुंचे और गुरुवार को बाबा बैद्यनाथ मंदिर में वैदिक मंत्रोच्चार के साथ षोडशोपचार पूजन विधि से पूजा-अर्चना की। इसी मौके पर 16वें वित्त आयोग के अध्यक्ष डॉ. अरविंद पनगढ़िया भी 12 सदस्यीय टीम के साथ देवघर पहुंचे, जिससे इस धार्मिक और प्रशासनिक कार्यक्रम की गरिमा और बढ़ गई।
देवघर एयरपोर्ट पर जिला प्रशासन के अधिकारियों द्वारा दोनों अतिथियों का स्वागत किया गया। जिला कलेक्टर नमन प्रियेश लकड़ा और पुलिस अधीक्षक अजीत पीटर डुंगडुंग ने सम्मानपूर्वक आयोग की टीम का स्वागत किया। एयरपोर्ट से सीधे बैद्यनाथ मंदिर तक की यात्रा में प्रशासनिक अधिकारी भी मौजूद रहे, जिन्होंने आयोजन की व्यवस्था को बेहतर बनाने में अपनी भूमिका निभाई। इस अवसर ने धार्मिक आस्था और सरकारी कामकाज के मेल का एक सुंदर उदाहरण प्रस्तुत किया।
वित्त आयोग की टीम देवघर के साथ-साथ आसपास के जिलों जैसे दुमका, जामताड़ा, साहिबगंज, गोड्डा और पाकुड़ में भी जाएगी। टीम प्रमंडल स्तर पर पंचायतों और निकायों से सहायता अनुदान के संबंध में सुझाव लेगी। इसके साथ ही वे वित्तीय प्रबंधन और सामाजिक-आर्थिक विकास की समीक्षा भी करेंगे। यह पहल स्थानीय विकास को गति देने के लिए महत्वपूर्ण मानी जा रही है, क्योंकि टीम जिला परिषद अध्यक्षों, मुखियाओं और प्रमुखों के साथ बैठक कर क्षेत्रीय समस्याओं और जरूरतों को समझेगी।
इस बीच, महामंडलेश्वर स्वामी कैलाशानंद गिरि ने देवघर में पूजन-अर्चना के बाद बिहार के जमुई जिले में आयोजित एक धार्मिक कार्यक्रम में भाग लिया। इस कार्यक्रम में वे अपने वैदिक मंत्रोच्चार और धार्मिक विधानों से श्रद्धालुओं को आशीर्वाद प्रदान करेंगे। बाबा बैद्यनाथ की नगरी में उनके आगमन और वित्त आयोग की गतिविधियों ने एक ओर जहां धार्मिक क्षेत्र को बल दिया है, वहीं दूसरी ओर प्रशासनिक सुधार और विकास के लिए भी एक सकारात्मक संकेत दिया है।



