गिरिडीह के अखिल विश्व गायत्री परिवार द्वारा ग्राम तुलाडीह के सामुदायिक भवन में भव्य गायत्री महायज्ञ का आयोजन किया गया। इस शुभ अवसर पर महिला मंडल की पूनम भदानी एवं अंजू भदानी ने यज्ञ का संचालन किया। कार्यक्रम की शुरुआत गुरु वंदना और गायत्री माता की स्तुति से हुई, इसके बाद गणेश वंदना और देव शक्तियों का आह्वान किया गया।
यज्ञ कुंड में अग्नि प्रज्वलित कर गायत्री महामंत्र और महामृत्युंजय मंत्र के माध्यम से देश और समाज की समृद्धि की कामना की गई। समूह प्रार्थना में सबके उज्ज्वल भविष्य और सुख-शांति हेतु आहुतियां दी गईं। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में ग्रामीणों ने भाग लिया और साधना के प्रति आस्था व्यक्त की।
पूनम भदानी ने अपने वक्तव्य में कहा कि सुमति ही सभी सुखों की जननी है, जबकि कुमति से ही जीवन में दुख उत्पन्न होते हैं। गायत्री मंत्र के नियमित जप, यज्ञ और ध्यान से सुमति और सद्बुद्धि का विकास होता है, जिससे व्यक्ति का जीवन सुखद और समृद्ध बनता है।
मां गायत्री की आरती के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ। इस अवसर पर उपस्थित लोगों ने नियमित उपासना का संकल्प लिया और लगभग 15 बच्चों ने गायत्री मंत्र लेखन का संकल्प लिया। कार्यक्रम की सफलता में कई स्थानीय लोगों का सहयोग सराहनीय रहा।



