गिरिडीह जिले के सरिया प्रखंड के बलियारी गांव में एक दलित परिवार की पुश्तैनी भुदान ज़मीन पर दबंगों द्वारा अवैध कब्ज़ा कर निर्माण कार्य किया जा रहा है, जिससे भुनेश्वर भुइयां का परिवार गहरे सदमे और भय में जीने को मजबूर है। वर्ष 1970 में उनके दादा चान्दो भुइयां को भूदान आंदोलन के तहत यह ज़मीन मिली थी, जिस पर वर्षों से परिवार काबिज़ रहा और राजस्व रसीदें भी निर्गत होती रहीं।
लेकिन 29 अप्रैल 2025 को गांव के कुछ दबंग व्यक्तियों ने हथियार और जनबल के दम पर ज़मीन पर कब्ज़ा कर लिया। विरोध करने पर भुनेश्वर भुइयां को जातिसूचक गालियां दी गईं और जान से मारने की धमकी भी मिली। प्रशासन की चुप्पी से पीड़ित परिवार हताश था, हालांकि गुरुवार को अनुमंडल पदाधिकारी ने धारा 163 लागू की। बावजूद इसके, दबंगों द्वारा निर्माण कार्य जारी है। यह मामला न केवल ज़मीन हड़पने का है, बल्कि सामाजिक न्याय, प्रशासनिक निष्क्रियता और संविधानिक मूल्यों की उपेक्षा का प्रतीक बन गया है। ज़रूरत है कि प्रशासन अविलंब कार्रवाई कर दलित परिवार को न्याय दिलाए और दोषियों के खिलाफ सख्त कदम उठाए।



