गिरिडीह नगर निगम क्षेत्र के वार्ड नंबर 15, करबला रोड (हरिजन टोला) के निवासी इन दिनों भीषण गर्मी और पानी की भयंकर किल्लत से परेशान हैं। करीब 50 से अधिक परिवारों के सामने पीने के पानी का संकट गहराता जा रहा है। इस इलाके में नगर निगम की ओर से पाइपलाइन तो डाली गई है, लेकिन इन पाइपों से कभी भी एक बूंद पानी नहीं निकला। भीषण गर्मी के इस दौर में जब पारा चढ़ा हुआ है, लोगों के पास नदी से चुंआ खोदकर पानी निकालने के अलावा कोई विकल्प नहीं बचा है।
स्थिति इतनी खराब हो गई है कि अब वह नदी भी सूख चुकी है, जो कभी लोगों का एकमात्र सहारा हुआ करती थी। इसके चलते लोग अब पूरी तरह से जल संकट के मुहाने पर आ खड़े हुए हैं। कई बार नगर निगम को लिखित रूप में आवेदन देने के बावजूद कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है। न अधिकारी सुनवाई कर रहे हैं, न ही पानी की व्यवस्था हो पाई है। अब मोहल्ले के लोगों का सब्र टूट रहा है और वे आंदोलन की राह पकड़ने को मजबूर हो रहे हैं।
स्थानीय लोगों की माने तो वे अब नदी से किसी तरह गंदा पानी लाकर खाना बनाने से लेकर कपड़े धोने और अन्य जरूरी काम कर रहे हैं। इससे बच्चों और महिलाओं की सेहत पर गंभीर असर पड़ रहा है। संक्रमण और बीमारियों का खतरा लगातार मंडरा रहा है, लेकिन पानी न होने की मजबूरी में लोग इस गंदे पानी का इस्तेमाल करने पर विवश हैं। यह स्थिति केवल आम जनजीवन को ही नहीं, बल्कि पूरे इलाके की स्वच्छता और स्वास्थ्य पर भी सवाल खड़े करती है।
लोगों का कहना है कि जब पानी नहीं मिल रहा है तो नगर निगम को बिल भेजने का क्या औचित्य है? हर महीने पानी का बिल जरूर आ जाता है, लेकिन पानी एक बार भी नल से नहीं निकलता। इस अन्यायपूर्ण व्यवस्था से मोहल्ले में आक्रोश बढ़ता जा रहा है। अब यहां के लोग संगठन बनाकर नगर निगम के खिलाफ प्रदर्शन करने की तैयारी में हैं। उनका साफ कहना है कि अगर जल्द समाधान नहीं हुआ तो उग्र आंदोलन किया जाएगा।



