क्या आपके घर की बिजली मीटर की सूई बेवजह तेज भागती है? क्या आपने कभी सोचा कि जो बिल आप भरते हैं, उसमें कहीं कोई तकनीकी चाल तो नहीं? गिरिडीह से आ रही है एक ऐसी खबर, जो आपकी नींद उड़ा सकती है… क्योंकि अब बिजली का हर यूनिट होगा रिकॉर्ड पर, और हर गड़बड़ी पर तुरंत होगी कार्रवाई! स्मार्ट मीटर के ज़रिए अब बिजली की चाल होगी ‘स्मार्ट’ और ‘फुल कंट्रोल में’। पढ़िए पूरा मामला – वो भी बेहद दिलचस्प अंदाज़ में…”
गिरिडीह के विद्युत कार्यपालक अभियंता कार्यालय में एक बेहद अहम बैठक आयोजित की गई, जिसने जिले की बिजली व्यवस्था को तकनीकी रूप से नई ऊंचाई पर ले जाने की दिशा में कदम बढ़ाया। कार्यपालक अभियंता मृणाल गौतम की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में SDO सुजीत उपाध्याय, कनिष्ठ अभियंता अमित कुमार, साईं कंप्यूटर (बिलिंग एजेंसी) के प्रमोद सिंह, बैंटेक के जितेंद्र पांडे, और स्मार्ट मीटर सप्लायर जीनस पावर के अभिषेक दुबे सहित विभिन्न एजेंसियों के प्रतिनिधि मौजूद रहे। इस बैठक में रिवेन्यू, बिलिंग, स्मार्ट मीटर और सोलर मीटर से जुड़े हर पहलू की गहन समीक्षा की गई। साथ ही आगजनी की बढ़ती घटनाओं को देखते हुए नागरिकों को चेतावनी दी गई कि वे अपने घरों की वायरिंग सही करवाएं और MCB लगवाएं, ताकि हादसों से बचा जा सके।
यह पूरी योजना झारखंड बिजली वितरण निगम लिमिटेड (JBVNL) द्वारा चलाई जा रही है, जिसका उद्देश्य गिरिडीह जिले को स्मार्ट ग्रिड की ओर ले जाना है। गिरिडीह विद्युत वितरण अंचल कार्यालय में स्मार्ट फीडर मीटर लगाए गए हैं, जिससे बिजली वितरण प्रणाली न केवल आधुनिक और सशक्त बनेगी, बल्कि पारदर्शिता और जवाबदेही भी सुनिश्चित होगी। इस टेक्नोलॉजी से ऊर्जा चोरी जैसी समस्याओं पर सख्त अंकुश लगेगा। मीटरों की स्थापना के दौरान GM प्रतोष कुमार, ESE शकील आलम, कार्यपालक अभियंता प्रणव तिवारी, श्याम पासवान, शिव नंदन महतो, गौरव आनंद और अन्य अधिकारियों की मौजूदगी रही।
GM प्रतोष कुमार ने मंच से दो टूक कहा – “अब बिजली चोरी का खेल नहीं चलेगा। स्मार्ट फीडर मीटर से हमारी बिजली वितरण प्रणाली न केवल पारदर्शी और सक्षम बनेगी, बल्कि उपभोक्ताओं को बेहतरीन सेवा भी मिलेगी।” उन्होंने कहा कि यह टेक्नोलॉजी ना केवल दोषियों पर नजर रखेगी, बल्कि फॉल्ट और गड़बड़ी की स्थिति में तत्काल अलर्ट देगी। यानी बिजली की दुनिया में अब कोई खेल-तमाशा नहीं होगा। हर यूनिट की निगरानी, हर बिल का हिसाब – सब कुछ लाइव डेटा के जरिए!
Genus Power Infrastructure Ltd. के असिस्टेंट मैनेजर अभिषेक दुबे ने बताया कि इन स्मार्ट मीटरों के ज़रिए रीयल टाइम मॉनिटरिंग संभव हो सकेगी। यानी अगर कहीं कोई तकनीकी खराबी या फॉल्ट होता है तो तुरंत उसकी पहचान कर उसे ठीक किया जा सकेगा। इससे न केवल सिस्टम मजबूत होगा, बल्कि उपभोक्ताओं को लगातार और निर्बाध बिजली सेवा मिलेगी। उन्होंने कहा कि पूरे गिरिडीह में इन मीटरों को चरणबद्ध तरीके से स्थापित किया जाएगा – जिससे पूरे जिले की ऊर्जा प्रणाली में नई तकनीकी क्रांति आएगी।JBVNL के नेतृत्व में शुरू की गई यह पूरी पहल ‘हर घर तक विश्वसनीय, पारदर्शी और आधुनिक बिजली सेवा’ पहुंचाने के मिशन का हिस्सा है। गिरिडीह जैसे जिले में स्मार्ट मीटर योजना का लागू होना यह साबित करता है कि सरकार अब सिर्फ योजनाएं नहीं बना रही, बल्कि उन्हें जमीन पर उतार भी रही है। उम्मीद की जा रही है कि इस नई व्यवस्था से उपभोक्ताओं के बिलों में पारदर्शिता आएगी, ऊर्जा चोरी रुकेगी और लोगों को बार-बार बिजली कटने की समस्या से भी राहत मिलेगी। अब देखना यह है कि स्मार्ट मीटर वाकई में बिजली उपभोक्ताओं का स्मार्ट साथी बन पाता है या नहीं…



