गिरिडीह : बेंगाबाद प्रखंड के कारीचट्टान में जमीन को लेकर आदिवासी समाज के दो पक्षों के बीच विवाद दिन-ब-दिन गहरा रहा है। एक पक्ष के लोग दावा कर रहे हैं कि यह जमीन उनके पूर्वजों की है, जबकि दूसरे पक्ष के लोग भी उसी जमीन पर अपना हक जता रहे हैं। दोनों पक्षों के बीच हाल ही में हुई बैठक में विवाद बढ़ गया और हाथापाई की नौबत आ गई।
बिनोद हांसदा, जो एक पक्ष का हिस्सा हैं, ने आरोप लगाया कि नुनुराम हेम्ब्रम और उनके परिवार के लोग फर्जी कागजात बनाकर जमीन घेरने की कोशिश कर रहे हैं और विरोध करने पर उन्हें जान से मारने की धमकी दे रहे हैं। बिनोद का कहना है कि वह अपनी जमीन से कभी समझौता नहीं करेंगे, चाहे जान की कीमत पर हो।
दूसरी ओर, नुनुराम हेम्ब्रम का कहना है कि यह जमीन उनके पूर्वजों की है और सभी दस्तावेज उनके पास हैं। उनका आरोप है कि गांव वाले उनकी संपत्ति पर कब्जा करने की कोशिश कर रहे हैं। इस विवाद ने अब गंभीर मोड़ ले लिया है, और दोनों पक्षों के बीच ख़ूनी संघर्ष की आशंका जताई जा रही है।



