न्यू गिरिडीह स्टेशन को अनाज के साथ-साथ डस्ट, कोल और स्पंज का रैक प्वाइंट बनाए जाने से आसपास के गांवों में हजारों लोगों का जीवन मुश्किल हो गया है। यह स्थान अब एक ‘डस्ट प्वाइंट’ बन चुका है, जिससे जमुनियाटांड़, गादी, बलीडीह, सुइयाटांड़ सहित अन्य गांवों में प्रदूषण फैल रहा है।
लोगों ने घरों और छतों पर डस्ट की परतें दिखाकर बताया कि स्वच्छ हवा में सांस लेना अब उनके लिए नामुमकिन हो गया है। इस मामले पर पूर्व जिप सदस्य राजेश यादव ने शीघ्र आंदोलन की घोषणा की है और मांग की है कि न्यू गिरिडीह से डस्ट संबंधित रैक प्वाइंट को अन्यत्र शिफ्ट किया जाए। उन्होंने सवाल उठाया कि एक ही स्थान पर अनाज और डस्ट का रैक प्वाइंट कैसे हो सकता है? यह स्थिति हजारों लोगों के जीवन को नुकसान पहुंचा रही है।



