गिरिडीह :ओडिशा में सड़क दुर्घटना में मरे प्रवासी मजदूर पवन मंडल के परिवार की चीख-पुकार ने पूरे बराय गांव को गमगीन कर दिया। लेकिन इस अंधकार में एक नाम ने उम्मीद की किरण बनकर फिर से लोगों के दिलों को छुआ—डॉ. सलीम अंसारी। जेएलकेएम के नेता और गरीबों के मददगार के रूप में प्रसिद्ध डॉ. अंसारी ने शोकाकुल परिवार के घर पहुंचकर न केवल उनके आंसू पोंछे बल्कि भरोसा दिलाया कि वे इस दुख की घड़ी में उनके साथ खड़े हैं। “पवन मंडल का परिवार अकेला नहीं है,” डॉ. अंसारी ने कहा। उन्होंने अपनी संवेदनाएं व्यक्त करते हुए कहा कि मजदूरों और किसानों के अधिकारों के लिए उनकी लड़ाई जारी रहेगी। उन्होंने मौके पर ही कंपनी के अधिकारियों और श्रम विभाग से बात कर मुआवजे की प्रक्रिया तेज करने की मांग की। डॉ. अंसारी ने प्रवासी मजदूरों की सुरक्षा पर चिंता जताते हुए कहा कि सरकार को इस दिशा में ठोस कदम उठाने चाहिए। उन्होंने कहा कि “पवन मंडल जैसे श्रमिकों के बलिदान को व्यर्थ नहीं जाने दिया जाएगा। उनकी सुरक्षा के लिए हम हर मंच पर आवाज उठाएंगे



