बिरनी प्रखंड के पुरनी झरखी गांव में मंगलवार आधी रात जंगली हाथियों के झुंड ने भारी उत्पात मचाया। हमले में ग्रामीण राजेश विश्वकर्मा का घर पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया। हाथियों ने अनाज खा लिया, बर्तन और दरवाजे तोड़ डाले। उस वक्त घर में मौजूद राजेश की पत्नी लीलावती देवी और दो बच्चे किसी तरह जान बचाकर बाहर निकले।
गनीमत रही कि कोई हताहत नहीं हुआ, लेकिन परिवार अब खुले आसमान के नीचे जीने को मजबूर है। सूचना मिलते ही वन विभाग ने हाथियों को खदेड़ा। मौके पर पहुंचे मुखिया सहदेव यादव, मंजूर अंसारी, राजकुमार दास व बसंत दास ने पीड़ित परिवार को ढांढस बंधाया और 50 किलो अनाज राहत में दिलवाया। ग्रामीणों ने वन विभाग पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा कि हाथियों की बढ़ती संख्या पर अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया।



