संसद के मानसून सत्र का सोमवार से आगाज हो गया है। पहले ही दिन संसद के दोनों सदनों में हंगामा हुआ, जिस वजह से सदन की कार्यवाही को बार-बार स्थगित करना पड़ा। इस बीच, संसद में ‘ऑपरेशन सिंदूर’ पर चर्चा के लिए सरकार तैयार हो गई है। लोकसभा में 16 घंटे और राज्यसभा में 9 घंटे इस मुद्दे पर बहस होगी। जानकारी के अनुसार, बिजनेस एडवाइजरी कमेटी की बैठक में संसद के मानसून सत्र के दौरान लोकसभा में विभिन्न विधेयकों और महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा के लिए समय निर्धारित किया गया है। ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को लेकर लोकसभा में 16 घंटे और राज्यसभा में 9 घंटे की चर्चा के लिए सहमति बनी है। इसके अलावा, ‘भारतीय डाक विधेयक’ पर लोकसभा में 3 घंटे की चर्चा का समय तय किया गया है। साथ ही, ‘आयकर संशोधन विधेयक’ पर लोकसभा में 12 घंटे तक विस्तृत चर्चा होगी। इसके अलावा, ‘राष्ट्रीय खेल विधेयक’ पर 8 घंटे की चर्चा निर्धारित की गई है और ‘मणिपुर बजट’ पर 2 घंटे की चर्चा होगी। इसके साथ ही तेलुगु देशम पार्टी (टीडीपी) ने 1975 के आपातकाल की 50वीं वर्षगांठ पर चर्चा की मांग की है। वहीं, भाजपा सांसद अनुराग ठाकुर ने हिमाचल प्रदेश में बारिश और बाढ़ की स्थिति पर चर्चा का आग्रह किया है। बता दें कि संसद के मानसून सत्र के पहले दिन विपक्षी सांसदों ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ और ‘पहलगाम आतंकी हमले’ पर सदन में चर्चा कराने की मांग करते हुए जमकर नारेबाजी की थी, जिसके चलते लोकसभा स्पीकर ने सदन की कार्यवाही पहले 12 बजे फिर 2 बजे तक के लिए स्थगित कर दी थी। लोकसभा की कार्यवाही बाधित होने को लेकर राहुल गांधी ने केंद्र सरकार पर आरोप लगाया था। उन्होंने कहा कि मैं विपक्ष का नेता हूं, लेकिन मुझे सदन में बोलने नहीं दिया जा रहा है। उल्लेखनीय है कि इस बार मानसून सत्र 21 जुलाई से लेकर 21 अगस्त तक चलेगा। यह सत्र 32 दिन तक चलेगा। इस दौरान 21 बैठकें होंगी। स्वतंत्रता दिवस समारोह के लिए संसद के दोनों सदन 12 अगस्त से 17 अगस्त तक स्थगित रहेंगे। इसके बाद 18 अगस्त को सत्र फिर से शुरू होगा। –आईएएनएस एफएम/



