गिरिडीह, 9 जुलाई 2025 — केन्द्रीय श्रमिक संगठनों और स्वतंत्र फेडरेशनों के संयुक्त आह्वान पर आज बैंक, बीमा और सामान्य बीमा क्षेत्र के कर्मचारियों ने राष्ट्रव्यापी औद्योगिक हड़ताल में भाग लिया। इस हड़ताल का उद्देश्य केंद्र सरकार द्वारा लाए गए चार श्रम संहिताओं (लेबर कोड) को रद्द करना और 17 सूत्री मांगों को सरकार के समक्ष मजबूती से रखना है। गिरिडीह में भी बड़ी संख्या में कर्मचारी हड़ताल में शामिल होकर सड़क पर उतरे और निजीकरण, आउटसोर्सिंग, और श्रम अधिकारों पर हो रहे हमले के खिलाफ आवाज बुलंद की।
प्रदर्शन में शामिल प्रमुख मांगों में सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों और बीमा कंपनियों को मजबूत करना, LIC और बैंकों के निजीकरण पर रोक, बीमा क्षेत्र में 100% एफडीआई बढ़ोतरी को वापस लेना, आउटसोर्सिंग पर पूर्ण प्रतिबंध और NPS समाप्त कर OPS बहाल करना शामिल है। इसके अलावा जीवन व स्वास्थ्य बीमा पर जीएसटी हटाने, कॉरपोरेट से खराब ऋणों की वसूली, आम ग्राहकों के लिए बैंकिंग सेवा शुल्क में कटौती और ट्रेड यूनियन अधिकारों की रक्षा की मांग भी प्रमुख रूप से उठाई गई।
मौके पर पवन कुमार बर्णवाल, अजय आनंद, संदीप रंजन, नुरेंद्र कुमार दास, शाहबाज आलम, संजोग सिन्हा, दीपक लाल, सुशील भोंगरा, सिताराम, अविनाश कुमार, शिखा सिंह, पुप्पा कुमारी, विशाल लकड़ा, केदार प्रसाद वर्मा सहित कई कर्मचारी मौजूद थे। सभी ने एक स्वर में कहा कि यदि मांगे नहीं मानी गईं, तो आंदोलन और तेज किया जाएगा।



