गिरिडीह जिले के अहिल्यापुर थाना क्षेत्र के पर्वतपुर गांव में जमीन विवाद को लेकर मंगलवार की रात को एक रौंगटे खड़े कर देने वाली घटना सामने आई है। महज कुछ गज जमीन को लेकर दो पक्षों के बीच विवाद इतना बढ़ गया कि एक पक्ष के आधा दर्जन से अधिक लोगों ने एक घर में घुसकर जमकर उत्पात मचाया। इस हिंसक झगड़े में एक साल के मासूम समेत चार लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। घटना के बाद इलाके में दहशत का माहौल है और पीड़ित परिवार ने पुलिस प्रशासन से इंसाफ की गुहार लगाई है।
घटना में घायल हुए लोगों में पशुपति पाण्डेय, उनकी पत्नी उर्मिला देवी, बेटी संतोषी कुमारी और बेटा कुणाल पाण्डेय शामिल हैं। देर रात सभी घायलों को गिरिडीह सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उनका इलाज चल रहा है। पीड़ित पशुपति पांडेय ने बताया कि वह अपनी जमीन पर काम करवा रहे थे, तभी गांव के ही जयंती देवी, सुबोध पाण्डेय, इंडियन पाण्डेय, सुग्गी कुमारी और बूटली कुमारी ने अचानक उनके घर पर हमला बोल दिया। आरोपियों ने न सिर्फ परिवार के सदस्यों के साथ बर्बरता की, बल्कि घर में रखा कीमती सामान भी तोड़ दिया।
पीड़ित पक्ष का कहना है कि जमीन पर पहले से उनका कब्जा है और वे निर्माण कार्य करवा रहे थे। लेकिन दूसरी ओर से लगातार दबाव और धमकी मिल रही थी। जब उन्होंने काम नहीं रोका तो हमलावरों ने देर रात को घर में घुसकर हमला कर दिया। सबसे दुखद पहलू यह रहा कि एक मासूम बच्चा भी इस झड़प में घायल हो गया, जिसे डॉक्टरों की निगरानी में रखा गया है। महिलाओं के साथ भी मारपीट की गई, जिससे इलाके में लोगों का गुस्सा फूट पड़ा है।
फिलहाल इस मामले की लिखित शिकायत पुलिस से की गई है और पीड़ित परिवार ने दोषियों की गिरफ्तारी की मांग की है। अहिल्यापुर थाना पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है, लेकिन अभी तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है। स्थानीय लोगों का कहना है कि इलाके में जमीन विवाद आम हो चला है, लेकिन प्रशासन की निष्क्रियता के कारण अब यह हिंसा में तब्दील हो रहा है। पीड़ित परिवार को अब भी न्याय की आस है और वह प्रशासन से सुरक्षा व दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग कर रहा है।



