झारखंड सरकार ने राज्य की महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने के उद्देश्य से ‘मुख्यमंत्री मंईया सम्मान योजना’ की शुरुआत की है। इस योजना के तहत पात्र महिलाओं को हर महीने 1,000 रुपये की आर्थिक सहायता दी जाती है, जो सालभर में 12,000 रुपये तक पहुंच जाती है। यह योजना खासतौर पर उन महिलाओं के लिए बनाई गई है जो आर्थिक रूप से कमजोर हैं और राज्य के अंत्योदय अन्न योजना से जुड़े हैं। सरकार की इस पहल का उद्देश्य महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाना और उनकी सामाजिक स्थिति को मजबूत करना है।
इस योजना का लाभ उठाने के लिए कुछ शर्तें तय की गई हैं। आवेदन करने वाली महिला झारखंड की स्थायी निवासी होनी चाहिए और उसकी उम्र 21 से 49 वर्ष के बीच होनी चाहिए। इसके अलावा, महिला के परिवार की वार्षिक आय 8 लाख रुपये से कम होनी चाहिए। यह योजना उन परिवारों को ध्यान में रखते हुए बनाई गई है जो राज्य की अंत्योदय अन्न योजना के तहत आते हैं। इससे यह सुनिश्चित किया जा सके कि सबसे जरूरतमंद वर्ग को सीधे और स्थायी सहायता मिले।
मंईया सम्मान योजना के लिए आवेदन प्रक्रिया भी काफी सरल है। इच्छुक महिलाएं अपने नजदीकी आंगनवाड़ी केंद्र, प्रखंड विकास पदाधिकारी या अंचल अधिकारी के कार्यालय से आवेदन पत्र प्राप्त कर सकती हैं। साथ ही, योजना का फॉर्म ऑनलाइन भी डाउनलोड किया जा सकता है। फॉर्म में सभी आवश्यक जानकारियां भरकर, ज़रूरी दस्तावेजों जैसे आधार कार्ड, राशन कार्ड, बैंक पासबुक, पासपोर्ट साइज फोटो आदि के साथ जमा करना होता है। ग्रामीण क्षेत्र की महिलाएं प्रज्ञा केंद्र या बीडीओ कार्यालय में और शहरी क्षेत्र की महिलाएं अंचल अधिकारी के कार्यालय में अपना फॉर्म जमा कर सकती हैं।
इस योजना की एक और खास बात यह है कि सहायता राशि सीधे लाभार्थी महिला के बैंक खाते में भेजी जाती है। सरकार ने सुनिश्चित किया है कि हर महीने की 15 तारीख तक 1,000 रुपये की राशि ट्रांसफर कर दी जाए। इस पारदर्शी प्रक्रिया से न केवल भ्रष्ट्राचार की संभावना कम होती है, बल्कि महिलाओं को समय पर आर्थिक सहायता मिलती है। मंईया सम्मान योजना, झारखंड सरकार की एक महत्वपूर्ण पहल है, जो राज्य की महिलाओं को सम्मान, सुरक्षा और स्वावलंबन की दिशा में एक ठोस कदम देती है।



