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यूके में भारतीय प्रवासियों ने मनाया ‘अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस’, स्वस्थ जीवनशैली अपनाने पर जोर दिया

यूके में भारतीय प्रवासियों ने मनाया ‘अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस’, स्वस्थ जीवनशैली अपनाने पर जोर दिया लंदन, 21 जून (आईएएनएस)। 11वें अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के मौके पर, यूके में भारतीय प्रवासी और स्थानीय लोग बड़ी संख्या में एकत्रित हुए। इस कार्यक्रम में योग के महत्व पर प्रकाश डालने के साथ हेल्दी लाइफस्टाइल को अपनाने पर जोर दिया गया। भारतीय उच्चायुक्त विक्रम दोराईस्वामी ने बताया कि इस बार योग को अधिक से अधिक जगहों पर पहुंचाने पर जोर दिया गया है। इस वर्ष की थीम ‘एक पृथ्वी, एक स्वास्थ्य के लिए योग’ थी। यह थीम पर्सनल वेल-बीइंग और प्लैनेटरी हेल्थ के बीच समग्र संबंध को रेखांकित करती है। लंदन के प्रतिष्ठित स्थलों से लेकर ऑक्सफोर्ड और कैम्ब्रिज के कैंपस तक, विभिन्न स्थानों पर ‘योगा मैट’ बिछाए गए। यहां तमाम उम्र के लोगों ने उत्साहपूर्वक हिस्सा लिया। यूके में भारतीय उच्चायुक्त विक्रम दोराईस्वामी ने समारोहों के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा, “इस वर्ष अंतरराष्ट्रीय योग दिवस की खास थीम के तहत, योग को ज्यादा से ज्यादा स्थानों पर ले जाने पर फोकस किया गया। हमारे कल्चरल सेंटर ने कई भागीदारों के सहयोग से यूके में कई स्थानों पर, विशेष रूप से ऑक्सफोर्ड, कैंब्रिज और साउथैम्प्टन जैसे प्रमुख शहरों में योग दिवस कार्यक्रम आयोजित किए।” लंदन में, शहर के मध्य में एक बड़ा सार्वजनिक योग सत्र आयोजित किया गया। यह कार्यक्रम सभी के लिए और निःशुल्क था, जिसमें बड़ी संख्या में लोगों ने भाग लिया। अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के मौके पर एक शख्स ने अपना अनुभव साझा करते हुए कहा, “हम लंदन में सभी के लिए निःशुल्क कार्यक्रम में 11वां ‘अंतरराष्ट्रीय योग दिवस’ मना रहे हैं। यह एक शानदार दिन है। इस उत्सव का हिस्सा बनना, एक साथ आना और योग का अभ्यास करना सच में यादगार है। मुझे योग पसंद है। मेरा मानना ​​है कि सभी को इसे आजमाना चाहिए।” भारतीय उच्चायोग और इसकी सांस्कृतिक शाखा ने योग दिवस की पहुंच को महानगरीय केंद्रों से आगे बढ़ाने के लिए स्थानीय योग स्टूडियो, सामुदायिक संगठनों और विश्वविद्यालयों के साथ मिलकर काम किया, ताकि समावेशिता और व्यापक भागीदारी सुनिश्चित की जा सके। जैसे-जैसे योग वैश्विक लोकप्रियता हासिल कर रहा है, अंतरराष्ट्रीय योग दिवस भारत की सांस्कृतिक कूटनीति का आधार बन गया है, जो स्वास्थ्य, सद्भाव और साझा मानवता को बढ़ावा देता है। –आईएएनएस आरएसजी/एएस

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