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पांचवा ‘बड़ा मंगल’: प्रयागराज में दिखा भक्ति, आस्था और उत्सव का अनोखा संगम

आस्था की नगरी संगम नगरी प्रयागराज में ज्येष्ठ माह का पांचवा बड़ा मंगल बड़े धूमधाम से मनाया जा रहा है। सुबह ब्रह्म मुहूर्त से ही बंधवा हनुमान मंदिर में हजारों श्रद्धालु दर्शन और पूजन के लिए उमड़ पड़े। मंदिर में लंबी कतारें लगीं। भक्त तुलसी की माला, फूल, सिंदूर और लड्डू चढ़ाने के लिए उत्साहित नजर आए। मंदिर के बाहर और अंदर ‘जय श्रीराम’ के जयकारे गूंजे, जिससे पूरा वातावरण भक्तिमय हो गया।

ज्येष्ठ माह के हर मंगलवार को बड़ा मंगल या बुढ़वा मंगल कहा जाता है। यह दिन विशेष रूप से बजरंगबली को समर्पित होता है। भक्तगण इस दिन हनुमान जी को प्रसन्न करने के लिए व्रत रखते हैं, उनकी पूजा करते हैं, हनुमान चालीसा और सुंदरकांड का पाठ करते हैं। मान्यता है कि इस दिन सच्चे मन से पूजा करने से सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं और जीवन में सुख-शांति बनी रहती है।

मंदिर परिसर में लोग पूरे उत्साह और श्रद्धा के साथ बजरंगबली की आराधना करते हुए दिखाई दिए। सुरक्षा व्यवस्था भी कड़ी रही ताकि श्रद्धालु आसानी और सुरक्षित तरीके से दर्शन कर सकें। बता दें कि बंधवा हनुमान मंदिर प्रयागराज का एक प्रसिद्ध और ऐतिहासिक मंदिर है। यहां लेटे हुए हनुमान जी की विशाल प्रतिमा है। ऐसा माना जाता है कि इस मूर्ति के दर्शन से मोक्ष की प्राप्ति होती है और भगवान हनुमान की विशेष कृपा मिलती है।

मंदिर में आए श्रद्धालुओं ने बजरंगबली से अपने और अपने परिवार के लिए सुख, शांति और समृद्धि की कामना की।

मंदिर में दर्शन करने आए एक भक्त ने कहा, ”आज ज्येष्ठ मास को पांचवा और आखिरी मंगलवार है। हमारे सनातन धर्म में इसका काफी महत्व है। गंगा स्नान के बाद हम मंदिर की लाइन में लगे, भीड़ के चलते पूजा करना कठिन था, लेकिन हनुमान जी के दर्शन हो गए। हमने मोक्ष और देश के उज्जवल भविष्य की कामना की है।”

अन्य भक्त ने कहा, ”बड़ा मंगल को लेकर काफी मान्यता है। आज के दिन हनुमान जी के दर्शन करने से हर मुश्किल काम सफल होते हैं, परिवार का कल्याण होता है। हमने अपने परिवार के साथ यहां लेटे हुए हनुमान जी के दर्शन किए।”

कुछ लोगों ने बताया कि वे हर साल इस दिन यहां दर्शन करने आते हैं और उन्हें इससे एक खास आध्यात्मिक शक्ति और शांति मिलती है।

–आईएएनएस

पीके/केआर

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