-आईपीएल 2025 का फाइनल मुकाबला रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) के नाम रहा, जिससे टीम ने अपने 18 साल के लंबे इंतजार को खत्म कर पहला खिताब जीत लिया। इस जीत से पूरे बेंगलुरु में खुशी की लहर दौड़ गई, और हजारों प्रशंसकों ने टीम की वापसी पर भव्य स्वागत की तैयारी कर ली। शुरुआत में योजना थी कि टीम बेंगलुरु शहर में खुली छत वाली बस में विक्ट्री परेड निकालेगी, जो विधान सौधा से लेकर एम. चिन्नास्वामी स्टेडियम तक जाएगी। लेकिन जैसे ही भीड़ बढ़ती गई और सुरक्षा चिंताएं सामने आईं, पुलिस ने अचानक इस परेड को रद्द करने का ऐलान कर दिया।
बेंगलुरु पुलिस ने साफ कहा कि भारी भीड़ और सुरक्षा व्यवस्था की चुनौतियों को देखते हुए रोड शो संभव नहीं है। इसके बदले टीम चिन्नास्वामी स्टेडियम में एक विशेष सम्मान समारोह में हिस्सा लेगी, जो शाम 5 से 6 बजे तक चलेगा। इस कार्यक्रम में केवल उन्हीं लोगों को प्रवेश मिलेगा, जिनके पास वैध टिकट हैं। लेकिन इस अचानक फैसले की सूचना बड़ी संख्या में जुटे प्रशंसकों तक समय पर नहीं पहुंच सकी, जिससे हालात बिगड़ गए।
चिन्नास्वामी स्टेडियम के बाहर हज़ारों की भीड़ में भगदड़ मच गई। लोग एक-दूसरे को धक्का देते हुए आगे बढ़ने की कोशिश करने लगे। इस अफरातफरी में अब तक 4 लोगों की मौत की खबर सामने आई है, जबकि दर्जनों लोग घायल हुए हैं। पुलिस और आपातकालीन सेवाओं को तुरंत घटनास्थल पर भेजा गया और घायलों को पास के अस्पतालों में भर्ती कराया गया। स्थिति को काबू में करने के लिए अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है।
RCB की ऐतिहासिक जीत का जश्न एक दर्दनाक घटना में बदल गया, जिससे पूरा शहर सदमे में है। प्रशंसकों में जहां एक ओर टीम की जीत को लेकर उत्साह था, वहीं दूसरी ओर इस हादसे ने जश्न की चमक फीकी कर दी है। अब सवाल उठ रहे हैं कि क्या प्रशासन समय रहते स्थिति को संभाल सकता था? क्या आयोजन की बेहतर योजना बन सकती थी? इस घटना ने जश्न और सुरक्षा के बीच संतुलन की अहमियत को एक बार फिर सामने ला दिया है।



