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टाटा स्टील के सीनियर मैनेजर ने पूरे परिवार संग लिया आत्महत्या का दर्दनाक फैसला

जमशेदपुर के चित्रगुप्त नगर में एक दिल दहला देने वाली घटना ने पूरे क्षेत्र को झकझोर कर रख दिया है। टाटा स्टील के सीनियर मैनेजर कृष्ण कुमार (40) ने अपने परिवार के साथ फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। यह खबर सुनते ही हर किसी के मन में सवाल उठने लगे कि आखिर ऐसा क्या हुआ कि एक जिम्मेदार इंसान ने अपने जीवन को और अपने परिवार को इस काले रास्ते पर धकेल दिया? गुरुवार रात से ही कृष्ण कुमार और उनका पूरा परिवार कमरे में बंद था, जिससे उनके पिता ने अनहोनी की आशंका जताई और पुलिस को सूचना दी। शुक्रवार की रात पुलिस जब मौके पर पहुंची, तो अंदर का नजारा दिल दहला देने वाला था।

पुलिस ने कमरे का दरवाजा तोड़ा तो अंदर कृष्ण कुमार, उनकी पत्नी डॉली देवी (35) और उनकी दो बेटियों के शव फांसी के फंदे से लटके हुए मिले। पुलिस ने मौके से एक सुसाइड नोट भी बरामद किया है, जिसमें मृतक ने अपने परिवार की चिंता, ब्लड कैंसर से जूझ रहे होने और पारिवारिक कलह के कारण यह कदम उठाने की बात लिखी है। बीडीओ अभय कुमार द्विवेदी और आदित्यपुर थाना पुलिस ने तुरंत घटनास्थल पर पहुंचकर मामले की जांच शुरू कर दी है। यह मामला सिर्फ एक परिवार की त्रासदी नहीं बल्कि एक गंभीर सामाजिक चिंता का विषय बन गया है।

मृतक कृष्ण कुमार ने सुसाइड नोट में अपनी बीमारी ब्लड कैंसर का जिक्र किया है। बताया गया कि कृष्ण कुमार को बेहतर इलाज के लिए मुंबई ले जाया गया था, जहां चिकित्सकों ने कीमोथेरेपी की सलाह दी। हालांकि जमशेदपुर में भी यह सुविधा उपलब्ध थी, और इलाज के लिए वह वापस जमशेदपुर आए थे। लेकिन बीमारी के साथ-साथ पारिवारिक कलह और अपने परिवार की सुरक्षा को लेकर उनकी मानसिक स्थिति इतनी खराब हो गई कि उन्होंने यह दर्दनाक फैसला कर लिया। यह सुसाइड नोट उनकी पीड़ा और चिंता को बयां करता है, जो शायद किसी ने समय रहते समझ नहीं पाई।

बीडीओ अभय कुमार द्विवेदी ने मृतक के पिता से भी पूछताछ की, जिन्होंने बताया कि उनका बेटा लंबे समय से कैंसर से जूझ रहा था। वह परिवार का जिम्मेदार सदस्य था और उसके इस क़दम ने पूरे परिवार को बर्बाद कर दिया है। इस घटना ने समाज में मानसिक स्वास्थ्य, पारिवारिक तनाव और बीमारी से लड़ रहे लोगों के लिए सहायता की जरूरत को फिर से रेखांकित कर दिया है। यह घटना हमें सोचने पर मजबूर करती है कि कैसे हम अपने आस-पास के लोगों की मानसिक स्थिति पर ध्यान दें और समय रहते मदद पहुंचाएं।

पुलिस ने चारों शव को कब्जे में लेकर आत्महत्या की पूरी वजहों का पता लगाने के लिए जांच तेज कर दी है। मामले की गहराई में जाकर पुलिस यह समझने की कोशिश कर रही है कि क्या कोई और दबाव या परिस्थितियाँ थीं, जिन्होंने कृष्ण कुमार को इस कदम पर मजबूर किया।

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