झारखंड उच्च न्यायालय के आदेश पर गिरिडीह जिला विधिक सेवा प्राधिकार की टीम ने जैन धर्म के पवित्र तीर्थ स्थल सम्मेद शिखर मधुबन स्थित पारसनाथ पर्वत का दौरा किया। टीम में जिला विधिक सेवा प्राधिकार के सचिव, शिक्षा विभाग के अधिकारी, जिला भू-राजस्व पदाधिकारी, शिक्षा अधिकारी, पीरटांड के बीडीओ और अंचल अधिकारी शामिल थे। भ्रमण के दौरान अधिकारियों ने देखा कि पर्वत के कई स्थान अवैध अतिक्रमण की चपेट में हैं, जिनमें वन भूमि से जुड़े इलाके प्रमुख हैं।
कुछ अतिक्रमण दूसरे राज्यों की धार्मिक संस्थाओं द्वारा किए जाने की भी बात सामने आई है, हालांकि इसकी पुष्टि नहीं हुई है। टीम ने अतिक्रमित स्थलों के दस्तावेज भी मांगे, पर किसी के पास वैध दस्तावेज नहीं मिले। संभावना है कि टीम दोबारा भ्रमण कर विस्तृत जांच रिपोर्ट उच्च न्यायालय को सौंपेगी। महाराष्ट्र के जैन समाज से जुड़ी एक संस्था द्वारा दाखिल याचिका पर सुनवाई के बाद यह कार्रवाई की जा रही है।



