गिरिडीह जिले में गुरुवार की देर रात एक दर्दनाक सड़क हादसा हो गया, जिसमें एक विवाहित युवती की मौत हो गई। 22 वर्षीय राधिका किशोरी अपने भाई के साथ बाइक से ससुराल जा रही थी, जब एक तेज रफ्तार बालू लदे ट्रैक्टर ने पीछे से जोरदार टक्कर मार दी। टक्कर इतनी भयानक थी कि दोनों भाई-बहन सड़क पर गिर पड़े और गंभीर रूप से घायल हो गए। घटना देवरी थाना क्षेत्र के बड़ाडीह गांव के पास हुई। हादसे के तुरंत बाद स्थानीय लोगों ने दोनों को अस्पताल पहुंचाया, लेकिन डॉक्टरों ने राधिका को मृत घोषित कर दिया।
राधिका की पहचान पचंबा गांव निवासी शंकर राणा की पत्नी के रूप में हुई है। उसकी शादी मात्र एक साल पहले ही हुई थी। गुरुवार की रात वह बरवाबाद स्थित अपने मायके से ससुराल लौट रही थी। रास्ते में यह भीषण दुर्घटना घट गई। हादसे में राधिका का भाई सातो राणा भी गंभीर रूप से घायल हो गया है, जिसकी हालत चिंताजनक बनी हुई है और उसका इलाज जारी है। इस दुर्घटना ने पूरे परिवार को गहरे सदमे में डाल दिया है और गांव में शोक की लहर है।
इस घटना के बाद पुलिस मौके पर पहुंची और शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया। वहीं, परिवार के सदस्य शव को लेकर देवरी गांव वापस लौट आए। स्थानीय लोगों का कहना है कि गिरिडीह में बालू घाटों के टेंडर नहीं होने के कारण बालू का अवैध खनन और परिवहन बड़े पैमाने पर किया जा रहा है। ट्रैक्टर चालक पुलिस की नजर से बचने के लिए तेज रफ्तार में वाहन चलाते हैं, जिससे इस तरह के हादसे अक्सर होते रहते हैं।
इलाके के लोगों ने प्रशासन से इस घटना के बाद अवैध बालू ढुलाई पर कड़ी कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने कहा कि अगर ट्रैक्टरों की रफ्तार पर नियंत्रण नहीं लगाया गया और अवैध परिवहन पर रोक नहीं लगी, तो ऐसे हादसे आगे भी होते रहेंगे। राधिका की मौत ने एक बार फिर जिला प्रशासन की कार्यशैली और कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं। लोगों को न्याय दिलाने और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए सख्त कदम उठाए जाने की आवश्यकता है।



