कोडरमा जिले में इंसान और वन्यजीवों के बीच संघर्ष की एक और दर्दनाक घटना सामने आई है। जयनगर थाना क्षेत्र के सरमाटांड़ स्टेशन के पास सोमवार देर रात एक 62 वर्षीय बुजुर्ग किसान, बासुदेव यादव की एक जंगली हाथी के हमले में मौत हो गई। वे अपने बेटे और भाई के साथ पड़ियाडीह गांव में आयोजित एक बहुभोज से वापस लौट रहे थे। रात करीब 12 बजे उनकी बाइक का पेट्रोल खत्म हो गया, जिसके बाद तीनों ने पैदल ही फुट ओवर ब्रिज से घर की ओर सफर शुरू किया। तभी अचानक झाड़ियों से एक हाथी निकलकर उन पर टूट पड़ा।
हाथी के हमले से बचने के लिए बेटा और भाई तो किसी तरह जान बचाकर भाग निकले, लेकिन बासुदेव यादव भाग नहीं सके। हाथी ने उन्हें सूंड से लपेटकर कई बार जमीन पर पटका और पैरों से कुचल दिया, जिससे मौके पर ही उनकी मौत हो गई। आसपास के लोगों ने मशाल जलाकर हाथी को डराने की कोशिश की और उसे दूर भगाया, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी। घटना की जानकारी मिलते ही जयनगर थाना की पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए कोडरमा सदर अस्पताल भेजा गया।
इस दर्दनाक हादसे के बाद पूरे गांव में मातम छा गया है। बासुदेव यादव एक मेहनती किसान थे और खेती कर अपने परिवार का भरण-पोषण करते थे। उनकी मौत से परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। घटना के बाद जयनगर वन प्रक्षेत्र के रेंजर रविन्द्र कुमार ने मृतक के घर पहुंचकर उनके बेटे को तत्काल राहत के रूप में 25 हजार रुपये की सहायता दी। कोडरमा डीएफओ सौमित्र शुक्ला ने इसे दुर्भाग्यपूर्ण घटना बताया और कहा कि सभी जरूरी कागजी प्रक्रिया पूरी होने के बाद परिवार को 4 लाख रुपये मुआवजा राशि प्रदान की जाएगी।
गौरतलब है कि कोडरमा क्षेत्र में पिछले दो महीनों से हाथियों का आतंक लगातार बना हुआ है। हाथियों के झुंड खेतों में घुसकर फसलें बर्बाद कर रहे हैं, झोपड़ियों को नुकसान पहुंचा रहे हैं और लोगों की जान के लिए खतरा बनते जा रहे हैं। वन विभाग की तमाम कोशिशों के बावजूद अभी तक हाथियों को आबादी वाले इलाकों से दूर नहीं किया जा सका है। वन विभाग ने कहा है कि हाथियों को खदेड़ने और उन्हें सुरक्षित जंगलों की ओर लौटाने के लिए लगातार अभियान चलाया जा रहा है, ताकि भविष्य में इस तरह की दर्दनाक घटनाएं दोबारा न हों।



