कोडरमा जिले के डोमचांच थाना क्षेत्र में सोमवार शाम एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई, जहां चैनपुर गांव के पास रेलवे ट्रैक पर एक युवक की लाश मिली। मृतक की पहचान चैनपुर निवासी 30 वर्षीय मदन दास के रूप में हुई है। बताया जा रहा है कि वह शाम 4 बजे घर से बिना कुछ बताए निकला था और रात भर लौटकर नहीं आया। अगले दिन सुबह परिजनों को सूचना मिली कि उसका शव रेलवे ट्रैक पर पड़ा हुआ है। मौके पर पहुंचकर शव की स्थिति देख परिजनों ने दावा किया कि यह सिर्फ हादसा नहीं, बल्कि हत्या है जिसे रेल दुर्घटना का रूप देने की कोशिश की गई है।
मदन के पिता रामचंद्र दास और उसके मौसेरे भाई सोनू का कहना है कि सोमवार सुबह गांव के ही एक युवक राजू दास मदन से मिलने आया था। इसके कुछ घंटों बाद ही मदन बिना किसी को कुछ बताए घर से निकल गया। जब वह रात तक वापस नहीं लौटा, तो परिवार ने उसकी खोजबीन शुरू कर दी। अगली सुबह करीब 9 बजे खबर मिली कि उसकी लाश रेलवे ट्रैक पर मिली है। परिवार का आरोप है कि यह एक सोची-समझी साजिश है और मदन की हत्या कर उसे दुर्घटना का रूप दिया गया है।
घटनास्थल पर मिले सबूत भी इस मौत को रहस्यमयी बना रहे हैं। रेलवे ट्रैक पर मदन का मोबाइल फोन और हेडफोन मिले हैं, जिससे कुछ लोगों का मानना है कि वह हादसे का शिकार हुआ। स्थानीय लोगों का कहना है कि हो सकता है मदन हेडफोन लगाकर पटरी पार कर रहा हो और उसे ट्रेन की आवाज सुनाई न दी हो। इस दौरान वह ट्रेन की चपेट में आ गया, जिससे उसका एक पैर कट गया और मौके पर ही उसकी मौत हो गई। लेकिन परिजनों का कहना है कि ट्रैक पर लाश की स्थिति और शरीर पर चोट के निशान किसी गहरे षड्यंत्र की ओर इशारा करते हैं।
घटना की सूचना डोमचांच थाना पुलिस को दे दी गई है और पुलिस मामले की छानबीन कर रही है। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है, जिसकी रिपोर्ट के बाद ही मौत के सही कारणों का पता चल पाएगा। फिलहाल परिजनों के आरोप और घटनास्थल से मिले सुरागों के आधार पर पुलिस हत्या और दुर्घटना दोनों एंगल से जांच कर रही है। यह देखना बाकी है कि इस रहस्यमयी मौत की गुत्थी कब सुलझेगी और क्या मदन दास को न्याय मिल पाएगा।



