गिरिडीह के अरघा घाट स्थित उसरी नदी तट पर आयोजित सात दिवसीय श्रीमद भागवत कथा का समापन सोमवार सुबह सामूहिक हवन-पूजन और भव्य भंडारे के साथ हुआ। कथा की शुरुआत 5 मई को मंगल कलश यात्रा से हुई थी, जिसमें हजारों श्रद्धालु शामिल हुए।
प्रतिदिन संध्या में वृंदावन से आए आचार्य श्री रबिंद्र कृष्ण शास्त्री जी महाराज ने भागवत महात्म्य का रसपान कराया। कथा के दौरान बाल लीलाएं भी प्रस्तुत की गईं, जिन्हें देखने के लिए भारी संख्या में श्रद्धालु जुटे। समापन दिवस पर हुए हवन और भंडारे में लोगों ने श्रद्धापूर्वक भाग लिया। इस अवसर पर सेवानिवृत्त इंजीनियर व भाजपा नेता विनय कुमार सिंह ने आयोजन समिति को बधाई देते हुए इसे सामाजिक समरसता और वातावरण की शुद्धता का प्रतीक बताया।
आयोजन को सफल बनाने में समिति के कई सदस्यों और स्थानीय नागरिकों ने अहम भूमिका निभाई।



