झारखंड की मंईयां सम्मान योजना में बड़ा खुलासा हुआ है। जिन महिलाओं ने इस योजना के साथ किसी अन्य पेंशन योजना का भी लाभ उठाया है, उनसे अब सरकार पैसे वापस लेगी। विभाग ने साफ कर दिया है कि दोहरी पेंशन लेने वाली लाभुकों पर आज से कार्रवाई शुरू हो चुकी है।
पूर्वी सिंहभूम जिले से सबसे बड़ा मामला सामने आया है, जहां 77 हजार महिलाओं ने बिना पात्रता के योजना का लाभ लिया है। जांच में पता चला है कि इन महिलाओं को बिना डीबीटी के सीधे 7500 रुपए मिले थे। अब सभी अपात्र लाभुकों से यह राशि वापस ली जाएगी और उन्हें योजना से भी बाहर किया जाएगा।
सरकार ने जनवरी से ही प्रज्ञा केंद्रों के माध्यम से ऑनलाइन आवेदन पर रोक लगा दी थी, फिर भी कई स्तरों पर फर्जी आवेदन किए गए। इस अनियमितता को देखते हुए बुधवार को जिले के डीसी, डीडीसी, एसडीओ समेत सभी प्रमुख अधिकारियों की बैठक बुलाई गई, ताकि आगे की कार्रवाई तय की जा सके।
विभाग की कोशिश है कि अप्रैल माह से केवल पात्र महिलाओं को ही योजना का लाभ दिया जाए। जिन महिलाओं ने गलत तरीके से योजना का फायदा उठाया है, उनके खिलाफ सख्त कदम उठाए जाएंगे। सरकार ने साफ किया है कि मंईयां सम्मान योजना सिर्फ जरूरतमंद और पात्र महिलाओं के लिए है।



