नाइजरिया से अपहरणकर्ताओं के चंगुल से किसी तरह जान बचाकर लौटे गिरिडीह के बगोदर निवासी प्रवासी मजदूर गोविन्द महतो ने दिल दहला देने वाली आपबीती सुनाई है। गोविन्द ने बताया कि पश्चिम अफ्रीका की एक ट्रांसमिशन लाइन कंपनी में काम करते समय उनके पांच साथी—संजय महतो, फलजीत महतो, राजू महतो, चन्द्रिका महतो और उत्तम महतो—अपहरणकर्ताओं द्वारा अगवा कर लिए गए।
जब मदद के लिए लोकल पुलिस से गुहार लगाई गई तो पुलिस ने ही प्रवासी मजदूरों पर गोली चला दी, जिसमें कई की मौत हो गई। वहीं चन्द्रिका महतो की बेटी अपने पिता की सलामती को लेकर बेहद चिंतित है और अब भी उनके सुरक्षित लौटने का इंतजार कर रही है। गोविन्द महतो ने राज्य सरकार से रोजगार उपलब्ध कराने की मांग करते हुए कहा कि यदि गांव में काम मिलता तो उन्हें विदेश जाना ही नहीं पड़ता।



