गिरिडीह में अक्षय तृतीया के अवसर पर बनवासी विकास आश्रम द्वारा दुखहरण नाथ धाम मंदिर में “बाल विवाह के खिलाफ धर्मगुरु संवाद” कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस संवाद में प्रमुख पुजारियों और श्रद्धालुओं ने भाग लिया और बाल विवाह की सामाजिक कुप्रथा को जड़ से मिटाने का संकल्प लिया। कार्यक्रम का उद्देश्य धर्मगुरुओं की भूमिका को मजबूत करते हुए समाज में जागरूकता फैलाना था।
मंदिर में होने वाले विवाहों में उम्र प्रमाण की अनिवार्यता पर भी जोर दिया गया। इस पहल को “बल विवाह मुक्त भारत अभियान” के तहत आगे बढ़ाया गया।



