IIT (ISM) धनबाद ने एक ऐतिहासिक और सराहनीय पहल करते हुए “जी. वी. राघवन शताब्दी स्मारक छात्रवृत्ति योजना” की शुरुआत की है, जिसका उद्देश्य कोर इंजीनियरिंग और पृथ्वी विज्ञान जैसे क्षेत्रों में पढ़ने वाली आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग की छात्राओं को आर्थिक सहयोग देना है। 19 अप्रैल को गोल्डन जुबली लेक्चर थिएटर में आयोजित भव्य कार्यक्रम में इस योजना का औपचारिक शुभारंभ किया गया। इस मौके पर कोल इंडिया लिमिटेड के चेयरमैन पी. एम. प्रसाद ने मुख्य अतिथि के रूप में वर्चुअल माध्यम से शिरकत की, वहीं संस्थान के निदेशक प्रो. सुकुमार मिश्रा ने दिल्ली से जुड़कर राघवन परिवार के योगदान के लिए आभार प्रकट किया। इस छात्रवृत्ति योजना के तहत खनन, पेट्रोलियम, अनुप्रयुक्त भूविज्ञान और भूभौतिकी जैसे मुख्य तकनीकी विषयों में पढ़ने वाली महिला छात्राओं की पूरी ट्यूशन फीस की भरपाई की जाएगी, बशर्ते वे मेरिट-कम-मीन्स (MCM) श्रेणी के तहत चयनित हों।
इस अद्भुत पहल के पीछे है झारखंड के गिरिडीह से ताल्लुक रखने वाला राघवन परिवार, जिन्होंने इस योजना के लिए 1 करोड़ रुपये का बंदोबस्ती दान दिया है। समारोह में राघवन परिवार के सदस्य—बेटा, बेटी, दामाद, बहू और पोते-पोतियाँ—गिरिडीह और देश के विभिन्न हिस्सों से शामिल हुए, जो इस सामाजिक योगदान की गहराई को दर्शाता है।
उप निदेशक प्रो. धीरज कुमार की अध्यक्षता में हुए इस कार्यक्रम में डीन कॉर्पोरेट कम्युनिकेशन प्रो. रजनी सिंह, डीन इंटरनेशनल रिलेशंस प्रो. आर.एम. भट्टाचार्य और प्रो. राजीव उपाध्याय सहित कई गणमान्य मौजूद रहे।



