गिरिडीह की जीवनरेखा मानी जाने वाली उसरी नदी को बचाने के लिए शास्त्री नगर में शुरू किए गए उसरी बचाव अभियान को अब तेज़ी मिल रही है। पिछले दस सालों से इस अभियान में समाजसेवी विनय सिंह, राम जी यादव, पूर्व मंत्री चंद्रमोहन प्रसाद, पूर्व विधायक ज्योतींद्र प्रसाद समेत कई पत्रकारों और समाजसेवियों ने सक्रियता दिखाई है। राजेश सिन्हा की पहल पर इस अभियान में एक नई जान आ गई है, और अब जागरूकता अभियान के तहत 17, 18 और 19 जनवरी 2025 को शास्त्री नगर के अमित बरदियार छठ घाट में विशाल उसरी महोत्सव का आयोजन किया जाएगा। महोत्सव में न केवल मंत्री और जनप्रतिनिधि, बल्कि विपक्षी नेता, पूर्व विधायक, पूर्व सांसद, गिरिडीह के डीएफओ, उपायुक्त, अनुमंडल पदाधिकारी सहित सभी प्रशासनिक अधिकारी और थाना प्रभारी भी आमंत्रित किए गए हैं। इस आयोजन का मुख्य उद्देश्य पर्यावरण संरक्षण और जल स्रोतों की सुरक्षा के प्रति जन जागरूकता फैलाना है।
इस तीन दिवसीय महोत्सव में अनेक प्रतिस्पर्धाएं आयोजित की जाएंगी, जिसमें जनरल नॉलेज, पेंटिंग, तैराकी, पानी में हैंडबॉल और क्रिकेट प्रतियोगिताएं शामिल हैं। साथ ही, बुजुर्गों और महिलाओं के लिए अलग-अलग आयोजन, गीत संगीत, मुशायरा, कव्वाली, गजल जैसी सांस्कृतिक गतिविधियां भी होंगी। इस दौरान नदी की रक्षा के लिए जागरूकता फैलाने हेतु हजारों पेड़ लगाने का संकल्प लिया जाएगा। यह आयोजन गिरिडीह वासियों के लिए एक अवसर होगा, जिसमें वे नदी के किनारे जन जागरण के कार्यक्रमों में शामिल हो सकते हैं।
राजेश सिन्हा और उनकी कोर कमिटी ने इस अभियान में महिलाओं को भी आगे आने का आह्वान किया है। शास्त्री नगर की छठ समिति, दुर्गा पूजा समिति और शिव मंदिर समिति भी इस अभियान में अपनी सक्रिय भागीदारी निभाएंगे। अभियान के सदस्य रंजय बरदियार, मो. इकराम, मो. इम्तियाज खान का कहना है कि उसरी नदी हमारी धरोहर है, और इसे बचाने के लिए सभी को मिलकर काम करना होगा। समाज के हर वर्ग से इस अभियान में आर्थिक और शारीरिक सहयोग की आवश्यकता है ताकि उसरी नदी को एक बार फिर स्वच्छ और प्रदूषणमुक्त बनाया जा सके।



