गिरिडीह के शास्त्री नगर छठ घाट पर 17, 18 और 19 जनवरी आयोजित होने वाला उसरी महोत्सव, पर्यावरण संरक्षण के उद्देश्य से एक ऐतिहासिक पहल है। इस महोत्सव की आयोजन समिति ने समाजसेवी धरणीधर प्रसाद और आलोक मिश्रा के नेतृत्व में उसरी नदी का निरीक्षण किया और इस कार्यक्रम के लिए स्थल का चयन किया। महोत्सव में सांस्कृतिक कार्यक्रम, नदी के पानी में तैराकी, खेलकूद, पेंटिंग और भाषण प्रतियोगिताएं सहित कई अन्य गतिविधियाँ आयोजित की जाएंगी, जिससे पर्यावरण संरक्षण की आवश्यकता के प्रति जागरूकता फैलाई जाएगी।
उसरी नदी की सुरक्षा में एक नया मोड़
राजेश सिन्हा, जो उसरी बचाव अभियान के संयोजक हैं, ने इस आयोजन को लेकर आशा व्यक्त की और बताया कि पिछले एक दशक से उसरी नदी के संरक्षण के लिए प्रयास जारी हैं, अब परिणाम दिखने लगे हैं। पर्यटन मंत्री सुदिव्य सोनू और सीसीएल के जीएम बासब चौधरी की मदद से नदी में छिलका डेम और गंदे नालों के नियंत्रण के लिए योजनाएँ बनाई गई हैं। इस महोत्सव में स्कूलों और कॉलेजों के छात्रों, समाजिक और राजनीतिक संगठनों के साथ-साथ आम जनता को भी पर्यावरण संरक्षण की दिशा में योगदान देने के लिए आमंत्रित किया जाएगा।



