गिरिडीह जिले के तिसरी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में बंध्याकरण मरीजों से उगाही का खेल इन दिनों खूब फल फूल रहा है। शनिवार को यह मामला सामने आया। तिसरी के थानसिंहडीह पंचायत के डुब्बा निवासी दिलीप तुरी की पत्नी एवं पल्मरुआ के काशीटांड निवासी रेखा देवी ने अस्पताल के चिकित्सकों पर सहिया के माध्यम से 1 हजार रुपए एवं 2200 रुपए उगाही करने का आरोप लगाया है।
हैरत की बात तो यह है कि उक्त मामले में जहां सहिया ने बंध्याकरण के लिए महिलाओं के परिजनों से पैसे लेकर अस्पताल के चिकित्सक को देने की बात को स्वीकार भी कर लिया। बावजूद अस्पताल के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ देवव्रत कुमार इसे गंभीरता से लेकर कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई करने की जगह इसे नजरअंदाज करते हुए सारे आरोपों को खुद से बेबुनियाद बताया। ऐसे में यह कहना बिलकुल भी गलत नहीं होगा कि अस्पताल के कर्मियों द्वारा बंध्याकरण के समय अवैध उगाही के मामले में उनके द्वारा संरक्षण दिया जा रहा हो। या फिर यह भी हो सकता है कि यह पैसा उनके ही कहने पर बंध्याकरण कराने आए लोगों से लिया जाता हो, जिस कारण वह मामले की जांच न कर सीधा इसे बेबुनियाद आरोप बता दे रहे हैं। खैर जो भी सच्चाई वरीय अधिकारियों के जांच के बाद ही सामने आ सकता है।



