गिरिडीह : गिरिडीह में मरीजों की जान के साथ खिलवाड़ करना आम बात हो गयी है. यंहा लोग अपना – अपना निजी अस्पताल खोलकर बैठ गए है. यह हॉस्पिटल नहीं मरीज का मौत का घर बना बैठा है. आए दिन गिरिडीह में लगातार कोई ना कोई निजी हॉस्पिटल में किसी न किसी का जान ले रहा है. आज बक्सीडीह रोड में संचालित सावित्री हॉस्पिटल अस्पताल में बनियाडीह की रहने वाली महिला चांदनी देवी को भर्ती कराया गया. डॉक्टर नहीं होने के कारण वहां के कंपाउंडर के द्वारा मरीज का ऑपरेशन किया गया, ऑपरेशन तो सही तरीके से हो गया और बच्चे की डिलेवरी भी हो गया. लेकिन इस बीच महिला की हालत बिगड़ने लगी तो अस्पताल के संचालक ने उसे रेफर कर दिया. धनबाद ले जाने के क्रम में ही चाँदनी देवी की मृत्यु हो गई. इसके बाद आज परिजन महिला की बॉडी लेकर अस्पताल आए तो उससे पहले हॉस्पिटल के संचालक को पता चला कि महिला का मौत हो गई है और उसके परिजन हॉस्पिटल आ रहे है तो हॉस्पिटल में ताला लगाकर फरार हो गया. इधर घटना के बाद लोग आक्रोशित हो गए और महिला के शव को गेट के बाहर रख कर हो – हंगामा करने लगे. इसी बीच जेएलकेएम के नेता नवीन चौरसिया, माले नेता राजेश सिन्हा समेत अन्य लोग मौक़े पर पहुंचे और मृतक के परिजनों से घटना की जानकारी ली. वंही घटना की जानकारी मिलने के बाद पचम्बा थाना पुलिस भी मौक़े पर पहुंची और लोगों को समझाने का प्रयास कर रही है.



